#RajyaSabha 2015-03-10
उपसभापति महोदय , प्रजातंत्रीय व्यवस्था में किसी भी विधान के जितने भी चर्चा करवाएंगे , उतना ही अच्छा विधान उभरकर सामने आयेगा , इसलिए यदि, यह बिल जो की अत्याधिक महत्वपूर्ण है , जनता से जुड़ा हुआ है , राज्यों के अधिकारों से जुड़ा हुआ है , और चूंकि यह कौन्सिल ऑफ़ स्टेट है , इसलिए इसमें जब तक हर बिंदु पर, सेलेक्ट कमेटी के माध्यम से , विस्तार से चर्चा न हो जाये , तब तक इसे पास नहीं किया जाना चाहिए - यह हमारा प्रमुख उदेश्य है , जिसके लिए हमने सेलेक्ट कमेटी के मांग की।
माननीय उपसभापति महोदय , बार बार यह कहा जाता है की ~ "हमारी सरकार , ऑक्शन से इतना रुपया लाई है" , मैं याद दिलाना चाहता हूँ माननीय उपसभापति महोदय, यह डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का बयान था की "Natural Resources should be auctioned ", २००५ में जब उन्होंने कहा , जब हम लोगों नें ऑक्शन के मांग की थी , तो भाजपा के मुख्यमंत्रियों ने auction का विरोध किया था , और इसका विरोध यह कहते हुए किया था की मिनरल राज्य की सम्पति है , मैं इस बात से सहमत हूँ, इस देश में जितने भी खनिज सम्पदा है , वोह राज्यों की सम्पति है , केंद्र की सम्पति नहीं है।
माननीय उपसभापति महोदय , मैं आपके माध्यम से , LOH - लीडर ऑफ़ हाउस , जो की एक विद्धान वकील भी हैं , मैं उनको याद दिलाना चाहता हूँ , आप auction का पैसा रूक नहीं सकते , यह केंद्र सरकार का विवेक नहीं है , यह राज्यों के संवैधानिक अधिकारों का प्रश्न है, इसलिये आपका यह कथन गलत है की आर्डिनेंस नहीं आएगा तो पैसा नहीं दे पाएंगे , यह संपत्ति राज्यों की है - राज्यों को पैसे दें आपकी संवैधानिक ड्यूटी है।
दूसरी बात माननीय उपसभापति महोदय , फिर गुमराह किया leader of the house नें , इन्होंने कहा यह पैसा आदिवासी क्षेत्रों में जाएगा - नहीं , यह सारा पैसा consolidated fund of state में जाएगा , और राज्यों को अधिकार होगा की वोह आदि वासी क्षेत्रों में खर्च करें या न करें। मैं आप से अनुरोध करना चाहता हूँ माननीय उपसभापति महोदय , यह सारी बातें केवल हवाबाजी हैं , देश को गुमराह करने के लिये , इस प्रकार की बात की जा रही है , हम लोग चर्चा से नहीं घबराते , हम चर्चा कराना चाहते हैं , लेकिन चर्चा कराने के पहले हर clause पर , हर बिंदु पर , select कमेटी में चर्चा करवाना चाहते हैं ~ इसलिए हम select कमेटी की माँग कर रहे हैं।
If the member on the other side of the house feel that I am misleading the house, please appoint a committee of the house to see who is misleading the house