Digvijaya Singh
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स्थगन प्रस्ताव गुना जिले में दिनांक 12 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 1979 के बीच डकैतियॉ

स्थगन प्रस्ताव गुना जिले में दिनांक 12 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 1979 के बीच डकैतियॉ

दिनांक 26.10.1979


स्थगन प्रस्ताव-गुना जिले में दिनांक 12.10.1979 से 19.10.1979 के बीच डकैतियॉ।

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गुना जिले में दिनांक 12.10.1979 से 19.10.1979 के बीच डकैतिया

   

अध्यक्ष महोदय : मेरे पास गुना जिले में दिनांक 12-10-79 से दिनांक अक्टूबर के बीच 4 डकैतियां डालने के संबंध में श्री दिग्विजयसिंह, श्री हजारीलाल रघुवंशी, श्री भंवरसिंह पोत तथा रामजी महाजन, सदस्यों की ओर से स्थगन प्रस्ताव की सूचना प्राप्त हुई है जिसे मैं पढ़कर सुनाता हूं :-


‘‘गुना जिले में दिनांक 12-10-79 तक लगातार चार डकैतियां हुई। दिनांक 12-1- अक्टूबर, 79 की रात को थाना आरौन में ग्राम देवगढ़ी में श्री अमोलसिंह रघुवंशी के घर पर डकैती डाली गई। दिनांक 16-17 अक्टूबर की रात को थाना चाचौड़ा में श्री मदन साहू के घर पर डकैती डाली गई। दिनांक 18-19 अक्टूबर की रात को थाना जामनेर के ग्राम टोडरा में श्री जगन्नाथ साहू के घर पर डकैती डाली गई। दिनांक 18-19 अक्टूबर की रात को थाना कुम्भराज के ग्राम कुम्भराज में श्री परिहार एडवोकेट के घर डकैती डाली गयी। चार डकैती में से एक भी नहीं पकड़ी गयी है पुलिस व्यवस्था अपर्याप्त है पूरे जिले में भंयकर असंतोष है और जनमानस असुरक्षित महसूस कर रहा है। अतः पुलिस की निष्क्रियता के कारण उत्पनन इस विषम परिस्थितियों के विषय में चर्चा हेतु आज सदन की कार्यवाही स्थगित करने का कष्ट करें।
इसके सम्बन्ध में शासन का क्या कहना है ?
    

लोक स्वास्थ्य मंत्री ( श्री शीतला सहाय ) : चूंकि श्रीमान ने शासन का वक्तव्य मांग लिया है वक्तव्य तो है किन्तु चार-पांच घटनायें हैं और एक ही स्थगन प्रस्ताव आया है।
    

अध्यक्ष महोदय : घटना डकैती की है एक ही घटना हैं।
( व्यवधान )
आपके पास कोई लायसेन्स नहीं है कि चाहे जब बोलने के लिए खड़े हो जाते हैं। एक ही स्पेशिफिक आर्ग्यूमेंट के संबंध में होना चाहिए। चार दिन के अन्दर एक ही प्रकार की घटनायें हुई हैं इसलिए इन्कलूड किया है।
    

श्री शीतला सहाय : आपका निर्णय शिरोधार्य है इस सम्बन्ध में हम कुछ नहीं कहना चाहते। घटना एक ही दिन एक ही समय की नहीं है। अगर मध्यप्रदेश भर में जो घटनायें होती हैं उनका श्रीमान समावेश करके पढ़े व हम जबाव दें तो आपको सुनना मुश्किल हो जायगा। निवेदन है कि इस पर विचार किया जावे।

अध्यक्ष महोदय : मैंने आपको बात बताई। अगर आपको यह लगे कि इंटर प्रिटेशन में कुछ गड़बड़ है तो मैं भी उसके सम्बन्ध में विचार करूंगा।
    

गृह (पुलिस) मंत्री (श्री प्रभुनारायण त्रिपाठी) : अध्यक्ष महोदय, प्राप्त जानकारी के अनुसार गुना जिले में दिनांक 12-10-79 से दिनांक19-10-79 तक निम्नांकित चार डकैतियां पड़ी हैं।
 

दिनांक 13-10-79 को थाना आरोन के ग्राम देवगढ़ी में श्री अमोलसिंह रघुवंशी के घर पर डकैती पड़ी। 7-8 हथियार डाकू श्री रघुवंशी के घर पर आये और उसको डराने के लिये फायर किये जिससे श्री रघुवंशी की स्त्री को मामूली चोट आई। डाकू सोने, चांदी के जेवर और नगदी कीमत 1750 रूपये का माल लूट ले गये। थाना आरोन में रिपोर्ट प्राप्त होने पर अपराध क्रमांक 154/79 धारा 395/397 भा.द. वि. पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गयी। थाना प्रभारी मय पुलिस बल के तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंच गये थे।
    

दिनांक 16/17-10-79 को रात ओमप्रकाश पुत्र मदनलाल साहू निवासी लखनवाड़ा थाना चाचोड़ा के यह 5-6 डाकूओं ने डकैती डाली। पहिले उन्होंने लोगों को डराने के लिए बन्दूक से फायर किये तथा पटाखे भी छोड़े। आवाज की झूमा-झटकी से मामूली चोट आई। डाकू ओमप्रकाश के घर के जेवर, वर्तन कीमत 5000 रूपये की लूट कर ले गये। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 186/79 धारा 395/397 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गयी। थाना प्रभारी पुलिस बल सहित तत्काल मौके पर पहुंच गये थे। पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंच गये थे।
    

दिनांक 18/19-10-79 की रात 10-12 हथियार बंद डाकुओं ने जगन्नाथ पुत्र रामलाल साहू निवासी टोडरी थाना जामनेर के मकान पर डाका डाला। डाकुओं ने चोरी करने के पहले लोगों को डराने के लिए 5-6 फायर किये। गांव वालों ने भी आवाज सुनकर फायर किये पर डाकू के जेवर व नगदी लूटकर भाग गए। डाकुओं ने जगन्नाथ की तथा उसकी स्त्री की मार-पीट की जिन्हें मामूली चोट आई। रिपोर्ट पर थाने में अपराध क्रमांक 123/79 धारा भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना की गयी। थाना प्रभारी तथा उप पुलिस अधीक्षक तत्काल मौके पर पहुंचे।
    

दिनांक 19/20-10-79 की रात 6-7 डाकुओं ने रामबहादुर पुत्र श्री लक्ष्मणसिंह परिहार वकील निवासी कुम्भराज के ... मकान में प्रवेश कर डाका डाला। फरियादी गांव से एक किलो मीटर दूर अपने अकेले मकान में रहता है। वहां उसकी खेती भी हैं। डाकुओं ने रामबहादुर की नाक पर एक देशी कट्टा अड़ा दिया था और जेवर कीमती रूपये 5245 रूपये लूट कर ले गये। रामबहादुर नाक पर मामूली चोट आई। रिपोर्ट पर थाना कुम्भराज में अपराध क्रमांक 342/79 धारा 395/397 भा. दं. वि. पंजीबद्ध कर विवेचना की गई। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गयी। पुलिस अधीक्षक भी मौके पर सूचना मिलते ही पंहुच गये थे। 
  

 इन डकैतियों के बाद सुरक्षा की दृष्टि से एस. ए. एफ. की टुकडियां खास-खास जगहों पर तैनात कर दी गयी हैं। जो गश्त करने के साथ-साथ डाकुओं की तलाश कर रही है। डाकुओं को पकड़ने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।
    

श्री दिग्विजयसिंह (राघौगढ़) : अध्यक्ष महोदय, मैं आपके माध्यम से बताना चाहूंगा।
    

अध्यक्ष महोदय : नये फेक्टस् हो तो बताइये।
    

श्री दिग्विजयसिंह : अध्यक्ष महोदय, गुना जिले में इतने कम समय में इतनी डकैतियां आज तक घटित नहीं हुई। केवल एक हफ्ते के अन्दर 4 डकैतियां लगातार क्रम से और एक ऐसे सीमित क्षेत्र में डाली गई जो कि पड़ोस में आरोन थाना लगा हुआ है, कुम्भराज, जामनेर और चाचोड़ा थाना हैं। इन चारों थानों में जो स्टाफ है, जो वहां पर कान्स्टेबल वगैरह हैं। वह अपर्याप्त हैं वहां की पुलिस व्यवस्था बिल्कुल निष्क्रिय है। वहां पर इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है जिससे कि जनसाधारण सुरक्षा महसूस कर सके। अध्यक्ष महोदय, टोंडरा के अन्दर जो कि 2-3 हजार का कस्बा है उसमें जो चौराहे पर जगन्नाथ साहू का मकान था उसमें डाकु पीछे से घुसे और उसके यहां पर डाका डाला। इसी तरह अध्यक्ष महोदय, लखनबांस भी बड़ा कस्बा हैं वहां भी इसी तरह से डकैती डाली। इसी तरह क्रम से डकैती होती चली आ रही है। वहां पर एस. ए. एफ. की एक कंपनी है उसको हटा लिया गया है, विधान सभा की सुरक्षा के लिये बुला ली गई हैं। एस. ए. एफ. की एक सेक्शन 4 थानों में गश्त लगा रही है। जो कि बिलकुल अपार्यप्त है। वहां की ला एंड आर्डर की व्यवस्था पूरी खत्म हो चुकी है। वहां का जनमानस घबड़ा चुका है। वहां के लोगों को बन्दूक के लाइसेन्स नहीं दिये गये है। लाइसेन्स देने के बारे में शासन ने अपनी ओर से कोटा फिक्स कर दिया है। मैं इस बारे में शासन से निवेदन करना चाहूंगा कि आज उस समय में जबकि पुलिस व्यवस्था अपर्याप्त है ऐसे समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जो कि हथियार रखने में सक्षम हैं उनकों बन्दूक का लाइसेन्स दिया जाना चाहिए। 18 बन्दूकों का कोटा फिक्स किया है। कलेक्टर को 40 बन्दूकों का फिक्स किया है। शासन को एक असीमित कोटा कर देना चाहिए, वहां की व्यवस्था के अनुसार बन्दूको को लाइसेन्स दिया जाना चाहिए। समूचे मध्यप्रदेश में ऐसी ऐसी घटनायें हो रही है, पुलिस बहुत कमजोर हो गई है, जन मानस असुरक्षा महसूस कर रहा है अतः आज सदन की कार्यवाही रोककर इस पर डिटेल में चर्चा होनी चाहिए जिससे जनमानस में पुलिस के प्रति जो अविश्वास पैदा हो गया है उसके बारे में गहन विचार किया जा सके ताकि प्रदेश के जनमानस के दिल में पुलिस व्यवस्था के बारे में विश्वास पैदा हो सके इसलिए सदन की कार्यवाही स्थगित करके चर्चा करना चाहिए।
    

अध्यक्ष महोदय : स्थगन प्रस्ताव देते हैं लेकिन प्लीड नहीं करना चाहिए।
    

श्री हजारीलाल रघुवंशी (सिवनी मालवा) : अध्यक्ष महोदय, जितने सम्मानीय सदस्यों ने प्रसताव दिये हैं वे सारे के सारे आपने शासन का उत्तर सुनने के पश्चात अग्राह्य कर दिये। खास कर इस प्रदेश में जब से जनता पार्टी जनसंघ की जनानी सरकार आई है।
(व्यवधान)