किसी देश की प्रगति उसकी सामाजिक, आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करती है।अनेकता में एकता भारत की विशेषता और ताकत दोनों है। विकास, प्रयास और विश्वास तभी संभव है, जब सबके साथ समान व्यवहार, न्याय, प्रेम सद्भाव हो, लेकिन पिछले 10 साल के बजट में संविधान के आर्टिकल 38(2), 39(C) का उल्लंघन हुआ है।