मोदी जी के पास तीन बड़े हथियार हैं सबसे बड़ा हथियार है ईवीएम दूसरा बड़ा हथियार है धर्मांधता और तीसरा बड़ा हथियार है उनका ईडी-आईटी सीबीआई जिसमें पेगासस का बड़ा रोल है।"
"यह मेरा संवैधानिक अधिकार है और हर देश के नागरिक और वोटर का अधिकार है कि जहां वह चाहे वहीं पर उसका वोट पड़े। वोटर अपने हाथ में अपना वोट देखकर रजिस्टर करें। रजिस्टर करने के बाद उसकी गिनती पूरी हो लेकिन हम उसके सात सेकंड का विजुअल से संतुष्ट नहीं हैं। क्योंकि आजकल आप समझ सकते हैं पूरे देश में कंप्यूटर साइंस की प्रगति ने सबको पीछे छोड़ दिया है। मशीन ऑपरेटर का आदेश नहीं सॉफ्टवेयर का आदेश मानती है। अब सॉफ्टवेयर वीवी पैट में कौन सा है क्या यह जानकारी हमें होना आवश्यक नहीं है?"
"मोदी जी ने आते ही संसद की सीढ़ियों को दंडवत होकर प्रणाम किया यानी कि संसदीय परंपराओं के लिए सम्मान का भाव दिखाया..यहां तक कि संविधान की पुस्तक को उन्होंने नतमस्तक होकर प्रणाम किया लेकिन पिछले सालों में जितना संसद और संविधान का उल्लंघन हुआ, वह पूरा देश देख रहा है। मैं समझता हूं कि आजाद भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं किया गया था।