देश में लगभग 50% से अधिक सोयाबीन मध्यप्रदेश में पैदा की जाती है लेकिन सन 2011 से लेकर आज तक लागत दुगनी तिगुनी हो गई लेकिन सोयाबीन का भाव वही का वही है ₹4300 क्विंटल 2011 में और अभी उसी के आस पास है क्योंकि सोयाबीन की फसल का भाव अंतरराष्ट्रीय सोयाबीन के उत्पादन पर निर्भर करता है और इस साल जो संभावना है वह यही है कि जो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन का भाव इस प्रकार का रहेगा जिसमें जो अभी तक 4000, 4300 बिकता था शायद वह भी ना मिल सके, मैं अपील करता हूं, माननीय प्रधानमंत्री जी, माननीय मुख्यमंत्री जी से अधिकांश हमारे किसान खरीफ में सोयाबीन की फसल लेते हैं और उसके उत्पादन की खरीद सरकार को अवश्य करना चाहिए और इसमें मैं मांग करता हूं कि इसका न्यूनतम भाव आज की लागत को देखते हुए लगभग ₹6000 क्विंटल से कम नहीं होना चाहिए, यह मैं आपसे मांग करता हूं और यही मध्यप्रदेश के 100% किसानों की मांग भी है, इस बात पर आप पूरा ध्यान दें।
- दिग्विजय सिंह