प्रिय डॉ. मोहन यादव जी,
सिवनी जिला कोतवाली में थाने में घुसकर पुलिस बल के साथ दुर्व्यवहार करने वाले भाजपा नेता का कारनामा आपके ध्यान में लाना चाह रहा हूँ। सत्ता के मद में चूर आपके नेता पुलिस बल तक से अभद्र व्यवहार करने से नही चूक रहे है। यदि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही की गई तो पुलिस प्रशासन का होंसला टूट जाऐगा और गुंडागर्दी करने वालों का आतंक बढ़ता जाऐगा।
इन दिनों भाजपा के स्थानीय नेता अराजकता की हदें पार करते हुए पुलिस कर्मियों को तक सबक सिखाते और देख लेने की धमकी दे रहे है। ऐसे ही एक मामले में अल्पसंख्यक वर्ग के एक नौजवान को सोशल मीडिया पर कोई धर्म विरोधी पोस्ट डालने पर सिवनी पुलिस ने कार्यवाही की थी। इस आरोपी से सीधे निपटने और माफीनामा लिखवाकर सोशल मीडिया में पोस्ट करवाने की जिद को लेकर भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा भाजयुमो के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मयूर दुबे स्थानीय कोतवाली थाने पहुँच गये। मयूर दुबे पर सिवनी जिले में करीब 9 प्रकरण पूर्व से ही दर्ज है। मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने जब कानूनन अल्पसंख्यक युवक को सौंपने से मना कर दिया तो मयूर दुबे ने थाने में आरक्षक धनराज बरकड़े से बदतमीज़ी कर अभद्र भाषा में बातचीत की जातिगत टिप्पणियाँ भी की। आरक्षक धनराज अनुसूचित जनजाति वर्ग से आता है।
थाने में विवाद होने पर मयूर दुबे ने अपने राजनैतिक रसूख का इस्तेमाल कर धनराज बरकड़े को पुलिस अधीक्षक से लाईन हाजिर करा दिया। इस आदेश ने कोतवाली सहित जिले की पुलिस का मनोबल तोड़ दिया है। सिवनी जिले में रहने वाले अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के अधिकारियों और कर्मचारियों में इस एकतरफा की गई कार्यवाही से भारी आक्रोश है। आदिवासी वर्ग के कर्मचारियों ने पुलिस अधीक्षक सिवनी को 26 अगस्त को एक ज्ञापन देकर मयूर दुबे के खिलाफ पुलिस से बदसलूकी करने और लंबित मामलों को लेकर जिलाबदर की कार्यवाही करने की मांगी की है। (ज्ञापन की छायाप्रति पत्र के साथ संलग्न है)
मेरा आपसे इस प्रकरण में निम्नानुसार निवेदन हैः-
1. पार्टी स्तर से भी निर्देश दिये जाये कि सत्ताधारी दल के नेता आमजन के साथ चर्चा में सौजन्यता एवं सदभाव का परिचय दें। यही सभ्य समाज में परिपक्व लोकतंत्र की निशानी है।
2. मयूर दुबे जैसे समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाकर जिलाबदर किया जाये।
3. पूर्ण कर्तव्यनिष्ठ सिपाही धनराज बरकड़े को लाईन से हटाकर पुनः थाना कोतवाली में पदस्थ किया जाये। जिससे स्थानीय जिला पुलिस बल का स्वाभिमान एवं गरिमा बनी रहे।
सहयोग के लिये मैं आपका आभारी रहूँगा।
सादर,
आपका
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(दिग्विजय सिंह)
डॉ. मोहन यादव जी
माननीय मुख्यमंत्री,
मध्यप्रदेश शासन,
भोपाल, मध्यप्रदेश