प्रिय डॉ. मोहन यादव जी,
शाजापुर जिले के मक्सी कस्बे में 25 सितम्बर को हुए फसाद के बाद अमजद नामक एक व्यक्ति की गोली लगने से मृत्यु हो गई। उपद्रव के दौरान कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गये है। मुस्लिम मेव सामाजिक संगठन ने युवक अमजद की विकलांग पत्नी को शासकीय सेवा में नियुक्ति दिये जाने और आर्थिक मदद किये जाने की मांग की है।
घटना के बाद से ही मक्सी नगर में तनाव व्याप्त है। दिनांक 28 सितम्बर को मेरे द्वारा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर पीड़ित परिवारों से उनके घर पहुँचकर मुलाकात की और घटना की वस्तुस्थिति जानने का प्रयास किया। मामले के प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों ने बताया कि भाजपा की सदस्यता लिये जाने के लिये पिछले कुछ दिनों से समीर नामक व्यक्ति आरिफ, अमजद, अनवर, अनीस एवं अन्य पर दबाव बना रहा था। इन लोगों द्वारा सदस्यता लेने से मना करने पर नगर पालिका अध्यक्ष के पति मोहन पटेल उर्फ कालू पटेल एवं अन्य लोगों के साथ महेन्द्र उर्फ खांटू पटेल ने मोहल्ले में हवाई फायर किये और गाली गलौच की। प्रशासन के सहयोग से मकान गिराने की धमकी दी। आतंक फैलाने के बाद समीर ने थाने में शिकायत की। पुलिस ने बिना जांच पड़ताल किये अनीस को झगड़ा करने का आरोप लगाकर जेल भेज दिया।
स्थानीय अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने थाने जाकर पुलिस कार्यवाही का विरोध किया और झगडा कर आतंक फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये 23 और 24 सितम्बर को थाना प्रभारी के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक शाजापुर को ज्ञापन दिये और कभी भी झगड़ा होने की संभावना से अवगत कराया। स्थानीय रहवासियों के बलवे के पूर्व दिये गये आवेदन, ज्ञापन की प्रति पत्र के साथ संलग्न है। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से नही लिया और हवाई फायर करके आतंक फैलाने वालों पर कोई प्रतिबंधात्मक कार्यवाही नही की। पुलिस राजनैतिक दबाव में चुपचाप बैठी थी। यहॉ यह उल्लेखनीय है कि 2010 में भी मक्सी में क्रिकेट मैच के दौरान साम्प्रदायिक दंगा हुआ था। जिसमें शकील नामक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। दंगा और हत्या के आरोपियों पर प्रकरण भी चला, आरोपी इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत पर छूट चुके है। मक्सी में शांति व्यवस्था भंग करने वाले आपराधिक तत्व वहां बस स्टेण्ड पर दलाली करते है, पशु मेले से रूपये वसूलते है और जुआ-सट्टा खिलाते है।
स्थानीय अल्पसंख्यक परिवारों पर लगातार बढ़ रही घटनाओं को रोकने में पुलिस नाकाम रही परिणाम स्वरूप 25 सितंबर को उपद्रवी लोगों ने इन परिवारों पर फायर करते हुए काफी देर तक पथराव किया। जिसमें अमजद नामक नौजवान की गोली लगने से मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, जिनका इलाज चल रहा है। इस मामले में साम्प्रदायिक मानसिकता से काम करने वाले टी.आई. के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। घटना के बाद से अल्पसंख्यक समाज के लोगों में घोर असुरक्षा का भाव है।
मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से निम्नानुसार मांग करता हूँः-
1. मृतक अमजद की पत्नी विकलांग है और बी.ए. बी.एड. है उसे शासकीय शिक्षक की नौकरी दी जाये।
2. अमजद के परिवार को 5 लाख रूपये की राशि दी जाये।
3. घायलों को मुफ्त में इलाज कराया जाये और उन्हें 50,000/- रूपये की सहायता राशि दी जाये।
4. अनीस को जमानत पर छोड़ा जाये।
5. टी.आई. मक्सी व एस.पी. शाजापुर को स्थानांतर कर न्यायिक जाँच कराई जाये।
सहयोग के लिए मैं आपका आभारी रहूँगा।
सादर,
आपका
(दिग्विजय सिंह)
डॉ. मोहन यादव जी
माननीय मुख्यमंत्री,
मध्यप्रदेश शासन,
भोपाल, मध्यप्रदेश